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Context
शीतयुद्ध का दौर
शीतयुद्ध से अभिप्राय उस तनावपूर्ण राजनीतिक स्थिति से हैं जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सन् 1945-90 तक संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ के बीच जारी रहा|
मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र में अंतर :-
मित्र राष्ट्र | धूरी राष्ट्र |
---|---|
द्वितीय विश्व युद्ध में पूंजीवादी देशों के समूह को मित्र राष्ट्र कहा गया। | द्वितीय विश्व युद्ध में साम्यवादी देशों के समूह को धुरी राष्ट्र कहा गया। |
मित्र राष्ट्र की अगुवाई अमेरिका, सोवियत संघ, फ्रांस और ब्रिटेन कर रहे थे। | धुरी राष्ट्र की अगुवाई जर्मनी जापान और इटली कर रहे थे। |
इस युद्ध में मित्र राष्ट्र की जीत हुई। | इस युद्ध में धूरी राष्ट्र की हार थी। |
अमेरिका (USA), फ्रांस, ब्रिटेन (UK), सोवियत संघ (USSR) मित्र राष्ट्र थे। | जापान, जर्मनी, इटली धूरी राष्ट्र थे। |
अमेरिका और जापान :-
- अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध में अगस्त 1945 में शामिल हुआ।
- अमेरिका ने जापान के 2 शहर हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए।
- हिरोशिमा में 6 अगस्त 1945 को ‘लिटिल बॉय ‘ नामक परमाणु बम गिराए, जो 15 किलोटन का था।
- नागासाकी में 9 अगस्त 1945 को ‘फैटमैन ‘ नामक परमाणु बम गिराए जिसका वजन 21 किलोटन था।
द्वितीय विश्वयुद्ध 1939-1945 तक मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र के बीच हुआ था जिसमें से मित्र राष्ट्र की जीत हुई थी।
द्वितीय विश्वयुद्ध की विशेषता :-
- द्वितीय विश्व युद्ध मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र के बीच में लड़ा गया था।
- इस युद्ध का प्रभाव केवल यूरोप पर ही नहीं था बल्कि दक्षिण पूर्व एशिया चीन वर्मा तथा भारत के पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों तक था।
अपरोध :- अगर कोई अपने शत्रु पर आक्रमण करके उसके परमाणु हथियारों को नाकाम करने की कोशिश करता है परंतु फिर भी दूसरे के पास उसे बर्बाद करने के लायक हथियार बज जाएंगे तो ऐसी स्थिति को अपरोध कहा जाता हैै।
दो-ध्रुवीयता के अंत का मुख्य कारण सोवियत संघ का विघटन और शीतयुद्ध की समाप्ति थी।
नोट :-
- समकालीन विश्व में राजनीति की शुरुआत 1991 में अर्थात शीतयुद्ध की समाप्ति के बाद हुआ।
- अमेरिका और सोवियत संघ का महाशक्ति बनने की होड़ में एक दूसरे के मुकाबले खड़ा होना शीतयुद्ध का कारण बना।
दो-ध्रुवीय और एक ध्रुवीय विश्व में अंतर :-
- दो-ध्रुवीय विश्व
- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संपूर्ण विश्व दो भागों में बट गया जिसे दो ध्रुवीय विश्व कहा गया।
- यह दो भाग अमेरिका और सोवियत संघ थे।
- एक-ध्रुवीय विश्व :- सन 1991 के बाद के दौर को एक ध्रुवीय विश्व कहा जाता हैं।
NATO – North Atlantic Treaty Organisation (1949)
- नाटो की स्थापना अप्रैल 1949 में हुई थी और इसकी स्थापना समारोह में कुल 12 देश शामिल हुए थे।
- नाटो का ‘मुख्यालय बेल्जियम की राजधानी ब्रुसल्स’ में है।
नाटो का मुख्य उद्देश्य :-
- नाटो का मुख्य उद्देश्य यह है कि यदि कोई देश उतरी अमेरिका अथवा यूरोप के इन देशों में से किसी पर भी हमला होता है तो उसे संगठन में शामिल सभी देश अपने ऊपर हमला मानेंगे।
- नाटो में शामिल हर देश एक दूसरे की सहायता करेंगे।
नोट :- वारसा पैक्ट (1955) पूर्व सैन्य गठबंधन (USSR) था जो NATO का मुकाबला करने के लिए बनाया गया था।
लीग ऑफ नेशन :-
- स्थापना : 10 जनवरी 1920
- मुख्यालय : जिनेवा
UNO (संयुक्त राष्ट्र संघ) :-
- UNO ‘लीग ऑफ नेशन’ का उत्तराधिकारी है जिसकी स्थापना 24 अक्टूबर 1945 में हुआ था
- 1945 में UNO के संस्थापक देशों के सदस्यों की कुल संख्या 51 थी।
- UNO का मुख्यालय ‘न्यूयॉर्क सिटी’ में है।
चीन और सोवियत संघ
- 1950 के दशक मैं सोवियत संघ और चीन के बीच अनबन हुई।
- 1969 में चीन और सोवियत संघ के बीच युद्ध हुआ।
महाशक्तियों का छोटे देशों को अपने गुट में शामिल करने का कारण :-
- महत्वपूर्ण संसाधन (जैसे :- तेल और खनिज)।
- भू-क्षेत्र ताकि यहां से महाशक्तियां अपने हथियारों और सेना का संचालन कर सकें।
- सैनिक ठिकाने :- महा शक्तियां अपने सैनिक ठिकाने के लिए भी छोटे देशों के साथ हाथ मिलाए ताकि वह यहां से एक दूसरे की जासूसी कर सके।
- आर्थिक मदद :- बड़े देशों को छोटे देशों से संबंध बनाने से आर्थिक मदद भी मिलती थी, जिसमें गठबंधन में शामिल बहुत से छोटे-छोटे देश सैन्य खर्च वहन करने में मददगार हो सकते थे।
मार्शल योजना :- पश्चिमी यूरोप की अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण के लिए अमेरिका ने जो मदद की थी, उसे मार्शल योजना के नाम सेे जाना गया।
शीतयुद्ध के दायरे :-
- 1947 साम्यवाद को रोकने के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रूमैन सिद्धांत।
- क्यूबा का मिसाइल संकट 1962 में
- बर्लिन की दीवार खड़ी की गई 1961 में
- कोरियाई युद्ध 1950-53 तक
- अमेरिका ने वियतनाम पर हस्तक्षेप 1954 में
- सोवियत संघ का हंगरी में हस्तक्षेप 1965 में
- जर्मनी का एकीकरण 1990 में
- सोवियत संघ का विघटन 1991 में
1960 के दशक के उत्तरार्ध में दोनोंं महा शक्तियों के बीच हथियारों को सीमित करने के लिए 3 अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए गए
- परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि
- परमाणु अप्रसार संधि
- परमाणु प्रक्षेपास्त्र परिसीमन संधि
बर्लिन की दीवार
- बर्लिन की दीवार को सन 1961 में खड़ा किया गया था।
- यह साम्यवाद व पूंजीवाद की विचारधारा का प्रतीक था।
- इस दीवार की कुल लंबाई 150 किलोमीटर थी।
- इस दीवार को सन 1989 में जर्मनी के लोगों द्वारा गिरा दिया गया।
गुटनिरपेक्षता :-
विकासशील देशों या नव स्वतंत्र देशों ने शीतयुद्ध से अलग रहने केेे लिए जिस नीति का अनुसरण किया उसेे गुटनिरपेक्षता कहते हैं।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन :- गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM ) की स्थापना सन 1956 में एशिया के 5 देशों ने मिलकर की थी।
देश | नेता |
---|---|
1. भारत | जवाहरलाल नेहरू |
2. युगोस्लाविया | जोसेफ ब्रॉज टीटो |
3. मिस्र | गमाल अब्दुल नासिर |
4. इंडोनेशिया | सुक्रणों |
5. घाना | वामे एन्क्रूमा |
- गुटनिरपेक्ष आंदोलन का मुख्यालय इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में है।
- गुट निरपेक्ष आंदोलन का प्रथम सम्मेलन सन 1961 में बेलग्रेड में हुआ था। यह सम्मेलन तीन बातों की परिणति थी:-
- गुटनिरपेक्ष आंदोलन के सदस्य देश एक दूसरे का सहयोग करेंगे।
- शीतयुद्ध का प्रसार और इसके बढ़ते हुए दायरों को नियंत्रित करना।
- अंतरराष्ट्रीय फलक पर बहुत से नव स्वतंत्र अफ्रीकी देशों का नाटकीय उदय सन 1960 तक UNO (1945) में 16 नए अफ्रीकी देश बतौर सदस्य शामिल हो चुके हैं।
- गुटनिरपेक्ष आंदोलन का 17वां सम्मेलन 2016 वेनेजुएला के भार्गरिता दूध में हुआ था इस सम्मेलन में कुल 120 सदस्य देश शामिल हुए थे।
- गुटनिरपेक्ष आंदोलन का 19वां सम्मेलन 2020 में अजरबैजान की राजधानी बाकू में हुई।
पृथकतावाद :-पृथकतावाद का मतलब है खुद को अंतरराष्ट्रीय मामलों से अलग रखना।
तटस्थता :- तटस्थता का मतलब, युद्ध में शामिल ना होने की नीति का पालन करना करने से हैं।
NIEO :- नव अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था(NIEO) की स्थापना सन् 1972 में हुई थी ताकि विकासशील व नव स्वतंत्र तथा अल्प विकसित देशों की अर्थव्यवस्था का विकास कर सके।
वे ऑफ पिग्स :- सन 1967 में अमेरिका द्वारा क्यूबा में किए गए आक्रमण को ‘वे ऑफ पिग्स’ नाम से जाना गया।
सन्1972 में UNO के व्यापार और विकास से संबंधित सम्मेलन में “Towards a New Trade Policy For Development” से संबंधित एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई थी इस रिपोर्ट में चार सुधारो की बात की गई :–
- अल्प विकसित देशों को अपने उन प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण प्राप्त होगा जिसका दोहन पश्चिम के विकसित देश करते हैं।
- अल्प विकसित देशों की पहुंच पश्चिमी देशों के बाजारों तक होगी वह अपना सामान बेच सकेंगे और इस तरह गरीब देशों के लिए यह व्यापार फायदेमंद होगा।
- पश्चिमी देशों से मंगाई जा रही प्रौद्योगिकी की लागत कम होगी।
- जो देश विकसित नहीं हैं उन देशों की अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संस्थानों में भूमिका बढ़ेगी।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन के नेता के रूप मेंं शीत यद्ध के दौर में भारत की भूमिका :-
- भारत ने सजग और सचेत रूप से अपने को दोनों महाशक्तियों के खेमे मंदी से अलग रखा।
- भारत ने उपनिवेशो के चंगुल से मुक्त हुए नव स्वतंत्र देशों को महा शक्तियों के खेमों में जाने का पुरजोर विरोध किया।
गुटनिरपेक्षता की नीति से भारत के फायदे :-
- गुटनिरपेक्ष के कारण भारत ऐसे अंतर्रष्ट्रीय फैसले और पक्ष ले सका जिससे उसका हित साधता हो, नाकि महाशक्तियों और उसके खेमे के देशों का।
- भारत हमेशा इस स्थिति में रहा कि एक महाशक्ति उसके खिलाफ हो जाए तो वह दूसरी महाशक्ति के करीब आने की कोशिश करें।
भारत की गुटनिरपेक्षता की नीति का आलोचना :-
- आलोचकों का कहना है कि भारत की गुट निरपेक्ष ‘सिद्धांतविहीन’ है कहा जाता है कि भारत अपनेे राष्ट्र इसी बीच में हितों को साधने के नाम पर अक्सर महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मसलों को सुनिश्चित पक्ष नहीं ले सका है।
- अनुज को का दूसरा तर्क है कि भारत के व्यवहार में स्थिरता नहीं है और कई बार भारत की स्थिति विरोधाभासी रही है महा शक्तियों के खेमों में शामिल होने पर दूसरे देशों की आलोचना करने वाले भारत ने स्वयं सन 1971 में सोवियत संघ के साथ महत्वपूर्ण संधि पर हस्ताक्षर किए।
Political Science Class 12 Chapter 1 Notes in Hindi
Important Full Forms
- USSR – Union Soviet of Socialist Republics
- USA – United State America
- UK – United Kingdom
- NATO – North Atlantic Treaty Organisation (1949)
- SEATO – Southeast Asia Treaty Organisation (1954)
- CENTO – Central Treaty Organisation (1955)
- NAM – Non-Alignment Movement (1965)
- NIEO
- UNCTAD – United Nations Conference on Trade and Development
- LTBT – Limited Test Ban Treaty (1963)
- NPT – Nuclear non-Proliferation Treaty (1968)
- SALT – Strategic Arms Limitation Talk (1. May 1972 2. June 1972)
- START – Strategic Arms Reducation Treaty (1. July 1991, 2. January 1993)
- CTBT : Comprehensive Nuclear Test Ban Treaty (1996)
Political Science Class 12 MCQ With Answers PDF in Hindi
1. शीतयुद्ध कब शुरू हुआ था ?
- 1991 में
- 1945 में
- 1947 में
- 1939 में
1945
2. बर्लिन की दीवार कब खड़ी की गई ?
- 1961
- 1962
- 1960
- 1965
1961
3. वारसा पैक्ट कब हुआ था ?
- 1955
- 1965
- 1949
- 1956
1955
4. बगदाद सन्धि पर किस वर्ष हस्ताक्षर हुए थे
- 1959
- 1955
- 1965
- 1975
1955
5. अप्रैल , 1949 निम्नलिखित में से कौन – सा संगठन बनाया गया था ?
- वारसा पैक्ट
- नाटो
- सीटो
- सेंटो
नाटो
6. क्यूबा मिसाईल संकट के समय सोवियत संघ के नेता __ थे ?
- जॉन एफ केनेडी
- निकिता खुस्क्रेव
- फिदेल कास्त्रो
- इनमे से कोई नहीं
निकिता खुस्क्रेव
7. द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् दो महाशक्तियों के रूप में कौन-कौन से देश उभर कर
आये ?
- यूरोप और अमेरिका
- अमेरिका और सोवियत रूस
- सोवियत रूस और यूरोप
- अमेरिका और जर्मनी
अमेरिका और सोवियत रूस
8. प्रथम विश्वयुद्ध कब से कब तक हुआ ?
- सन् 1914 से सन् 1921 तक
- सन् 1919 से सन् 1925 तक
- सन् 1914 से सन् 1918 तक
- सन् 1800 से सन् 1810 तक
सन् 1914 से सन् 1918 तक
9. इनमें से कौन एक गुटनिरपेक्ष आंदोलन के जनक नहीं थे ?
- सुकर्णो
- अराफात
- मार्शल टीटो
- पंडित नेहरू
सुकर्णो
10. सीटों और सेंटो जैसे संगठनों का संस्थापक कौन-सा देश था ?
- अमेरिका
- सोवियत संघ
- चीन
- इनमें से कोई नहीं
अमेरिका
11. शीतयुद्ध का चरम बिन्दु था ?
- बर्लिन की दीवार का बनाया जाना
- बर्लिन की दीवार का गिराया जाना
- क्यूबा मिसाईल संकट
- दूसरा विश्वयुद्ध
क्यूबा मिसाईल संकट
12. “पूर्व बनाम पश्चिम’ पदबंध का आशय किससे है ?
- विश्व युद्ध से
- शीत युद्ध से
- तनाव शैथिल्य से
- उत्तर शीत युद्ध दौर से
शीत युद्ध से
13. किन दो महाशक्तियों का वर्चस्व शीत युद्ध के केन्द्र में था ?
- जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका
- सोवियत रूस और जर्मनी
- संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत रूस
- सोवियत रूस और यूरोप
संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत रूस
14. शीत युद्ध के दौरान पश्चिमी गठनबंधन का अगुआ कौन था ?
- सोवियत रूस
- अमेरिका
- यूरोप
- जर्मनी
अमेरिका
15. शीतयुद्ध के दौरान पूर्वी गठबंधन का अगुआ कौन था ?
- अमेरिका
- रूस
- फ्रांस
- जापान
रूस
16. किस देश ने नाटो में अमेरिकी नेतृत्व का विरोध किया था ?
- ब्रिटेन
- फ्रांस
- इटली
- पश्चिमी जर्मनी
फ्रांस
17. दक्षिण पूर्व एसियाई संधि संघठन निम्नांकित में से किससे सम्बन्धित है ?
- सोवियत गुट
- अमेरिकी गुट से
- गुटनिरपेक्ष आन्दोलन से
- इनमें से कोई नहीं
सोवियत गुट
18. क्यूबा मिसाइल संकट किस वर्ष उत्पन्न हुआ?
- 1962
- 1961
- 1664
- 1950
1962
19. दो ध्रुवीय विश्व में पूर्वी गठबन्धन का नेतृत्व किसने किया ?
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- सोवियत संघ
- फ्रांस
- ग्रेट ब्रिटेन
सोवियत संघ
20. दक्षिण पूर्व एशियाई सन्धि संगठन निम्नांकित में से किससे सम्बन्धित है ?
- सोवियत गुट से
- अमेरिकी गुट से
- गुटनिरपेक्ष आन्दोलन से
- इनमें से किसी से नहीं
सोवियत गुट से
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